Thursday, 18 April 2013

BEST FRIEND FOREVER

सोशल नेटवर्किंग के जमाने में मैंने भी अपने एक दोस्त के कहने पर फेसबुक पर प्रोफाइल बनाई! कुछ ही दिनों मै  मुझे  फेसबुक से एक अजीब सा लगाव हो गया ! मेरा कोई भी दिन फेसबुक के बिना नही बीतता था, ऐसा क्या दिया था फेसबुक ने मुझे , क्यों मैं घंटो फेसबुक पर रहता था , क्यों सन्डे को भी चैट करने ऑफिस जाता था,  दरअसल इनका जवाब तो मेरे साथ ही था लेकिन मै ही  पहचान ही नही पाया .
     जब मैं फेसबुक पर आया तो मुझे  कोई मिला था , एक लड़की, दोस्त, साथी  या उससे भी बढकर  , थोड़े ही दिनों में एक अजीब सा रिश्ता बन गया उसके साथ . सोचता हु अगर वो नही होती तो क्या मेरी हर शाम इतनी खुशनुमा  होती ,  
क्या वो रातें ज्यादा अकेली नही होती अगर अकेलापन बाटने वो नही आती , क्या मेरी व्यस्त जिंदगी इतनी हसीन हो सकती थी अगर वो मेरे साथ समय नही गुजारती ! उसके साथ की गयी घंटो की चैटिंग क्यों मिनटों की लगती है . फेसबुक के प्रति मेरा जो लगाव था वो दरअसल उस दोस्त क लिए था , और वो भी खास बन गया था मेरे लिए .
        जिन्दगी जितनी खुशियों भरी है उतनी ही सख्त भी है , अपनी मंजिल के पीछे दौड़ते हुए हमारी नजर कई चीजो से हट जाती है , इसलिए अपनी बिजी जिन्दगी से कुछ टाइम निकालिए और उस स्पेशल अहसास को पहचानिए , जो आपके लिए आपकी जिन्दगी को और ज्यादा हसीन बना दे , और शायद  आपको भी मेरी तरह कोई स्पेशल दोस्त मिल जाये !!!
                           खुश रहिये , चलते रहिये शायद कही  कोई आपके लिए इंतजार कर रहा हो कही  :)

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